अव्यक्त भाव का अर्थ
[ aveyket bhaav ]
अव्यक्त भाव उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- अंदर छिपा हुआ अर्थ:"वाक्य का अंतर्निहित अर्थ मेरी समझ में नहीं आया"
पर्याय: अंतर्निहित अर्थ, अन्तर्निहित अर्थ, अंतर्भाव, अन्तर्भाव, आंतरिक अर्थ, आन्तरिक अर्थ, अंतर्निहित भाव, अन्तर्निहित भाव
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- तादात्म्य कवि के उस अव्यक्त भाव के साथ
- संवादों में अव्यक्त भाव गीतों में व्यक्त हुए हैं।
- संवादों में अव्यक्त भाव गीतों में व्यक्त हुए हैं।
- तादात्म्य कवि के उस अव्यक्त भाव के साथ होता है
- अत : अन्तकाल में वह अव्यक्त भाव को प्राप्त हो जाता है।
- वास्तव में सत् में अव्यक्त भाव से स्थित तेज अप् अन्न का सृजन किया- ऐसा भाव है।
- अत्रि मुनि याज्ञवल्क्य से पूछते हैं मैं इस स्वत : अनंत और अव्यक्त भाव को कैसे जान पाऊँ यह आत्मा क्या है .
- किन्तु मूल है अंत : स्थ का अव्यक्त भाव , जो अनादि और अनंत है , जो सर्वत्र और सब में व्याप्त है।
- महाकाश में हुई प्रतिध्वनित , हिरण्य गर्भ के सगुण भाव से ॥ १ ० - मूल प्रकृति अव्यक्त भाव में , अन्तर्निहित जो हिरण्य गर्भ में ।
- इस मर्यादा की कोई व्याख्या नहीं है , यह एक अव्यक्त भाव है , जो वर्तमान में छिन्न-भिन्न हो गया है , इसे फिर से निर्मित किया जाना चाहिये।